IAS सफलता की कहानी:- कैसे उचित समय प्रबंधन और स्व-अध्ययन भी UPSC परीक्षाओं में सफलता दिला सकता है।

IAS टॉपर सरजना यादव की सफलता की कहानी:संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। इसकी तैयारी करते समय, उम्मीदवारों को कई दुविधाओं का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी उन्हें लगता है कि इस परीक्षा को पास करने के लिए कोचिंग बहुत जरूरी है। लेकिन फिर कुछ उम्मीदवारों का नजरिया कुछ और ही है। इसलिए इस भ्रम को दूर करने के लिए हम आपको बताएंगे कि IAS अधिकारी सरजना यादव का कोचिंग पर क्या कहना है।
आइए हम आपको बताते हैं कि बिना कोचिंग क्लास लिए आईएएस ऑफिसर बन सकते हैं या नहीं। सरजना ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी पास कर ली और उनकी कहानी कोचिंग के बारे में संदेह को दूर कर देगी।

1. पहले दो बार असफल रहे
सरजना यादव के अनुसार, उन्होंने पूर्णकालिक काम करते हुए अपने पहले दो प्रयास दिए। हालांकि, वह क्लियर नहीं कर पाई और फेल हो गई। समय की कमी के कारण, उसने 2018 में अपनी नौकरी छोड़ दी और पूरे समर्पण के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी
2. तीसरे प्रयास में चखा सफलता
2019 में, उसने घर पर स्व-अध्ययन करके सिविल सेवा परीक्षा में AIR 126 रैंक हासिल की। अंतत: उसने अपने तीसरे प्रयास में सफलता का स्वाद चखा।

3. क्या कोचिंग जरूरी है?
सरजना का कहना है कि यह उम्मीदवार की इच्छा पर निर्भर करता है कि वह कोचिंग लेना चाहता है या नहीं। अगर आपको लगता है कि आपके पास संपूर्ण अध्ययन सामग्री है और यूपीएससी के लिए आपकी रणनीति बेहतर है तो आप स्वाध्याय पर भरोसा करते हैं और सफलता भी प्राप्त कर सकते हैं।
4. प्रत्येक विषय के लिए कितनी किताबें पढ़नी हैं?
प्रत्येक विषय के लिए 2-3 पुस्तकें पढ़ना आपके लिए निर्धारित समय के भीतर पाठ्यक्रम को पूरा करना कठिन बना देगा। उनका सुझाव है कि प्रत्येक विषय के लिए एक अच्छी किताब का चयन करना चाहिए और उसे अच्छी तरह से पढ़ना चाहिए।
5. उचित मार्गदर्शन
इसके अलावा, कोई भी व्यक्ति कोचिंग के लिए जा सकता है यदि उसके पास उचित मार्गदर्शन नहीं है। हालांकि अगर आप कोचिंग नहीं ले पा रहे हैं तो निराश होने की जरूरत नहीं है। आप अभी भी घर पर सेल्फ स्टडी करके बिना कोचिंग के परीक्षा पास कर सकते हैं। (तस्वीरें: सरजना यादव/इंस्टाग्राम)
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