गांधी इरविन समझौता क्या है ? Gandhi Irwin Pact Kya Hai

Gandhi Irwin Pact
गांधी इरविन समझौता

Gandhi Irwin Pact Kya Hai

सर तेज बहादुर सप्रू , डॉक्टर मुकुंदराव आनंदराव जयकर तथा अन्य लोगों द्वारा लगातार प्रयासों के बाद सरकार तथा कांग्रेस के बीच समझौता हुआ। इसके परिणाम स्वरूप गांधी तथा गवर्नर जनरल लॉर्ड इरविन द्वारा मार्च 1931 ईस्वी में एक समझौता पत्र गांधी इरविन समझौता पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते द्वारा सरकार निम्न शर्तों को मानने पर राजी हुई –

1. सभी अध्यादेश ओं की वापसी तथा अभियानओं की समाप्ति
2. सविनय अवज्ञा आंदोलन की समाप्ति
3. द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने के लिए राजी होना
4. इस तरह गांधी द्वारा लंदन में द्वितीय गोलमेज गोलमेज सम्मेलन में भाग लिया गया लेकिन इसकी असफलता तथा सरकार द्वारा दमनकारी नीतियों को फिर से लागू करने के कारण जनवरी 1932 में सविनय अवज्ञा आंदोलन की पुनः शुरुआत की गई
5. हिंसा के आरोपियों को छोड़कर बाकी सभी राजनीतिक बन्दियों को छोड़ दिया जाएगा।

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गांधी इरविन समझौता

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