Uncategorized

मौद्रिक तटस्थता किसे कहते है

मौद्रिक तटस्थता क्या है ? जब मुद्रा आपूर्ति का उत्पादन पर, वास्तविक ब्याज पर या रोजगार के स्तर पर प्रभाव न पड़े तब इसे मौद्रिक तटस्थाता की स्थिति कहा जाएगा। 18वीं शताब्दी के अर्थशास्त्री डेविड ह्यूम का विचार है कि आर्थिक क्रियाएं अप्रयोज्यमूलक (irrational) अथवा वास्तविक होती है। अप्रयोज्यमुलक सदा वास्तविक को प्रभावित नहीं करते। …

मौद्रिक तटस्थता किसे कहते है Read More »

कालाधन किसे कहते है

कालाधन क्या है ? ऐसा धन जिस पर कर नहीं दिया गया हो अथवा जिस पैसे का लेखा-जोखा नहीं हो उसे कालाधन कहा जाता है। कालाधन वास्तव में राशनिंग, लाईसेन्सिग, इंस्पेक्टर राज, गलत व्यापार व्यवस्था, वास्तविक भुगतान और लेखा योग्य भुगतान के अंतर, रिश्वत आदि के कारण अर्थव्यवस्था में अपना पैर जमाता है। प्रेमचंद्र की …

कालाधन किसे कहते है Read More »

अवमूल्यन किसे कहते है

अवमूल्यन क्या है ? अवमूल्यन (Devaluation) जब किसी देश की मुद्रा का मूल्य अन्य राष्ट्रों की तुलना में  बहुत अधिक गिर जाए तब वित्तीय एवं विनिमय स्थिरता के कारण मुद्रा का अवमूल्यन किया जाता है। अमूल्य वास्तव में सरकार द्वारा अपनी मुद्रा के मूल्य को ढंग से कम करके किया जाता है। अवमूल्यन की आवश्यकता …

अवमूल्यन किसे कहते है Read More »

विमुद्रीकरण किसे कहते है ?

विमुद्रीकरण क्या है ? विमुद्रीकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत सरकार काला धन या छुपी हुई संपत्ति को बाहर निकालने के लिए कुछ उच्च मूल्य (Denomination) की पत्र मुद्रा या समस्त मुद्रा के प्रचलन को समाप्त कर देती है। इस प्रक्रिया से काला धन बहुत हद तक प्रतिकूल रूप से प्रभावित होता है परंतु …

विमुद्रीकरण किसे कहते है ? Read More »

मुद्रा भ्रम (Money Illusion)

मुद्रा भ्रम (Money Illusion) किसे कहते है ? मुद्रास्फीति के समय विशेष कर मुनाफा बढ़ने से यह भ्रम उत्पन्न होता है कि लोग संपन्न हो रहे हैं। इस समय मजदूर संघ के दबाव से आय में भी वृद्धि होती है परंतु वास्तव में मुद्रा के मूल्य में लगातार गिरावट से नागरिकों की वास्तविक आर्थिक स्थिति …

मुद्रा भ्रम (Money Illusion) Read More »

मुद्रा बाजार(Money Market)

मुद्रा बाजार (Money Market)  किसे कहते है ? मुद्रा बाजार एक ऐसा बाजार है जिसके अंतर्गत बैंकिंग तथा अन्य संस्थाओं द्वारा व्यक्तियों एवं संगठनों या उद्यमों को अल्पकालीन विनियोग योग्य धन ब्याज पर उपलब्ध कराई जाती है। इस प्रकार का बाजार संगठित या असंगठित हो सकता है। भारत में महाजन, सहकारी एवं ग्रामीण बैंक, सरकारी …

मुद्रा बाजार(Money Market) Read More »

गर्म मुद्रा(Hot Money)

गर्म मुद्रा किसे कहते है ? एक देश से दूसरे देश के बीच अल्पकालीन पूंजी स्थानांतरण को गर्म मुद्रा कहा जाता है। मुख्यत: उच्च ब्याज अथवा लाभ के कारण एक देश से पूंजी निकालकर उच्च लाभ वाले देशों में पूंजी के प्रवाह का मुख्य कारण निवेश के लाभ को बढ़ाना अथवा बचाना है। परंतु यदि …

गर्म मुद्रा(Hot Money) Read More »

स्टैगफ्लेशन (Stagflation) या मुद्रास्फीतिजनित मंदी क्या है?

स्टैगफ्लेशन (Stagflation) या मुद्रास्फीतिजनित मंदी में आर्थिक तरक्की की रफ्तार धीमी पड़ जाती है, लेकिन बेरोजगारी और महंगाई दोनों ऊंचे स्तर पर बनी रहती है। स्टैगफ्लेशन (Stagflation) क्या है ? स्टैगफ्लेशन (Stagflation) या मुद्रास्फीतिजनित मंदी एक ऐसी अवस्था है जब अर्थव्यवस्था के कुछ क्षेत्र में तेजी देखी जाए पर उसी समय अर्थव्यवस्था के अन्य क्षेत्र …

स्टैगफ्लेशन (Stagflation) या मुद्रास्फीतिजनित मंदी क्या है? Read More »

राष्ट्रीय आय लेखांकन क्या है : National Income Accounting ?

राष्ट्रीय आय लेखांकन किसे कहते है ? राष्ट्रीय आय लेखांकन यह सभी समस्याओं के अध्ययन तथा इनसे संबंधित सभी सूचनाओं तथा तथ्यों को सांख्यिकी विवरण तथा खातों  के रूप में प्रदर्शित करने का तरीका है। साइमन कुजनेट्स को इसका जन्मदाता माना जाता है,उन्हें इसी कार्य के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला।

राष्ट्रीय आय क्या है : what is national income ?

राष्ट्रीय आय किसे कहते है ? राष्ट्रीय आय का क्या अर्थ है ? राष्ट्रीय आय ( national income ) किसी भी अर्थव्यवस्था में 1 वर्ष के दौरान उत्पादित अंतिम वस्तुओं या पूर्व निर्मित वस्तुओं तथा सेवाओं का मूल्य राष्ट्रीय आय कहलाता है। किसी देश के निवासियों की कुल आय, जिसे ह्रास घटाने के बाद साधन लागत …

राष्ट्रीय आय क्या है : what is national income ? Read More »